रक्षा तकनीक के क्षेत्र में डीआरडीओ, आईएएफ, एडीए और उद्योगों की टीमों के संयुक्त प्रयास की मदद से भारत ने स्वेदश में निर्मित डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (DFCC) का सफल परिक्षण तेजस लड़ाकू विमान के साथ किया है।
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि रक्षा तकनीक के क्षेत्र में यह अहम कदम हैं। आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते हुए स्वदेशी रुप से विकसित डिजिटल फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (डीएफसीसी) को विकसित किया गया, जिसे तेजस लड़ाकू विमान के साथ इस्तेमाल किया गया। परीक्षण के दौरान यह सफल रहा। गौरतलब है कि डीएफसीसी को तेजस-एमके1ए के लिए एडीई, बंगलूरू द्वारा विकसित किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि उड़ान नियंत्रण के सभी जरूरी पैरामीटर, प्रदर्शन संतोषजनक पाए गए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की सराहना : विमान के उन्नत संस्करण तेजस एमके1ए में एक उन्नत मिशन कंप्यूटर, डिजिटल उड़ान नियंत्रण कंप्यूटर (डीएफसीसी एमके1ए), स्मार्ट मल्टी-फंक्शन डिस्प्ले (एसएमएफडी), उन्नत इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्कैन किए गए ऐरे (एईएसए) रडार, आत्म-सुरक्षा जैमर शामिल हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेजस एमके1ए के लिए इस खास प्रणाली के विकास और सफल उड़ान परीक्षण में शामिल डीआरडीओ, आईएएफ, एडीए और उद्योगों की संयुक्त टीमों की सराहना तथा इसे आयात की घटती निर्भरता के साथ आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा और विशिष्ट कदम बताया। वही सफल उड़ान परिक्षण के बाद सचिव डीडीआरएंडडी तथा अध्यक्ष डीआरडीओ ने भी टीमों को बधाई दी, इस परिक्षण के बाद भारतीय वायुसेना को निर्धारित समय सीमा में तेजस एमके1ए की आपूर्ति के प्रति विश्वास बढ़ा है।
इन खूबियों से लेस है – तेजस

स्वदेश में निर्मित और विकसित ‘तेजस – एमके1ए’ एक सिंगल इंजन वाला बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान है जो आसमान में हर खतरे से निपटने में सक्षम विमान है, भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग और रक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में वैमानिकी विकास एजेंसी ने सफलतापूर्वक प्रमाणित तेजस-हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) को विकसित किया है। भारतीय वायु सेना पहले ही तेजस – एमके1ए का संचालन कर चुकी है। विमान के उन्नत संस्करण, तेजस एमके1ए में उन्नत मिशन कंप्यूटर, उच्च प्रदर्शन क्षमता वाला डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (डीएफसीसी एमके1ए), स्मार्ट मल्टी-फंक्शन डिस्प्ले (एसएमएफडी), एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (एईएसए) रडार, एडवांस्ड सेल्फ- प्रोटेक्शन जैमर, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट आदि सुविधाएं हैं। 43.4 फिट लम्बे तेजस एमके -1A फाइटर जेट की उंचाई 14.5 फीट है, इसमें 2458 kg फ्यूल क्षमता और अधिकतम 1980 KM प्रति घंटे की गति से उड़ान भर सकता है जी की ध्वनि की गति से डेढ़ गुना ज्यादा है, तेजस – एमके1ए अधिकतम 53 हजार KM की उंचाई तक जा सकता है, वही तेजस – एमके1ए का ग्लास कॉकपिट उड़ान के दौरान पायलट को चारों और नजर रखने में मददगार होता है। तेजस एमके -1A फाइटर जेट के साथ 19 फरवरी 2024 को सफलता पूर्वक किए गए उड़ान परिक्षण की सफलता के बाद तेजस लड़ाकू विमान और ज्यादा प्रभावी हो गया है, डीएफसीसी को बंगलुरु स्थित वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान (एडीई) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। डिजिटल फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर में क्वाड्राप्लेक्स पावर पीसी आधारित प्रोसेसर, हाई स्पीड ऑटोनॉमस स्टेट मशीन आधारित आई/ओ नियंत्रक, उन्नत कम्प्यूटेशनल थ्रूपुट और डीओ178सी लेवल-ए सुरक्षा आवश्यकताओं के अनुरूप जटिल ऑन-बोर्ड सॉफ्टवेयर शामिल हैं।