हरदा। मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरदा तृप्ति शर्मा के मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत कुकरावत में महिला दिवस की पूर्व संध्या में महिला सशक्तिकरण, महिलाओं के अधिकारों के संबंध में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन तक्षशिला विद्या मंदिर में किया गया। जिला न्यायाधीश एवं सचिव प्रदीप राठौर ने बताया कि कार्यक्रम में संझा बनाने वाली महिलाओं, विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे कुर्सी दौड़, निम्बू रेस में विजेता महिलाओं को सम्मानित एवं पुरूस्कृत किया गया।
जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी प्रियंका सुमन साकेत ने महिलाओें को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र की सामाजिक, आर्थिक उन्नति की परिचायक वहां की महिलाओं की स्थिति होती है। महिलाएं अपने भीतर अंर्तनिहित योग्यताओं को बढ़ाये तथा अपने परिवार की बालिकाओं की योग्यताओं को बढ़ावा देने के लिए समान अवसर दें। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी विनीत साकेत ने उपस्थित महिलाओं को घरेलू हिंसा से महिलाओं के संरक्षण अधिनियम, दहेज प्रतिषेध अधिनियम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिला विधिक सहायता अधिकारी, अपर्णा लोधी ने कहा कि अब केवल चूल्हा, चौका, और गृहस्थी संभालने तक ही नारी की भूमिका सीमित नहीं है, बल्कि महिलाएं घरों से बाहर निकलकर संवैधानिक पदों पर काबिज हो महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके साथ ही निःशुल्क विधिक सहायता एवं सलाह के बारे में जानकारी दी।