क्यों है इतनी ख़ास उज्जैन में स्थापित की गई वैदिक घड़ी, दिन के 30 मुहूर्त के साथ बता रही हैं मानक समय और तापमान

उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वर्चुअली बटन दबाकर उज्जैन में स्थापित विश्व की पहली वैदिक घड़ी का लोकार्पण किया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये घड़ी सिर्फ अपने समृद्ध अतीत को पुन: याद करने का अवसर भर नहीं, बल्कि उस कालचक्र की भी साक्षी है जो भारत को विकसित बनाएगी।

जंतर-मंतर (जीवाजी वेधशाला) में 82 फीट ऊंचे बनाए क्लाक टावर स्थापित एक दिन में 30 मुहूर्त और समय एक साथ बताने वाली विश्व की पहली वैदिक घड़ी की स्थापना करने की नींव 6 नवंबर 2022 को भूमि पूजन कर रखी गई थी। जिसके बाद 14 माह में बनकर तैयार हुई है वैदिक घड़ी।

24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में बांटा गया

उज्जैन में स्थापित वैदिक घड़ी का निर्माण लखनऊ की संस्था ‘आरोहण’ के आरोह श्रीवास्तव ने किया है। इसमें जीएमटी के 24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में बांटा गया है। हर घटी का धार्मिक नाम और खास मतलब है। घड़ी में घंटे, मिनट और सेकंड वाली सुई भी है। सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर समय की गणना घड़ी कर रही है। मुहूर्त गणना, पंचांग, मौसम से जुड़ी जानकारी भी इस घड़ी में मिल रही है।

  • उज्जैन को काल गणना (टाइम कैलकुलेशन) का केंद्र माना जाता है और यही  से कर्क रेखा (ट्रापिक आफ कैंसर) गुजरी है। ऐसे में वैदिक घडी का महत्त्व और अधिक बढ़ जाता है।
  • घड़ी में वैदिक समय के साथ भारतीय मानक समय, ग्रीनविच समय, विक्रम संवत् की जानकारी देखने को मिल रही है। घड़ी में विक्रम संवत् पंचांग (भारतीय प्राचीन कैलेंडर) भी शामिल है।
  • वैदिक घडी में सूर्योदय से सूर्यास्त के साथ ग्रह, योग, भद्रा, चंद्र स्थिति, नक्षत्र, चौघड़िया, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण की जानकारी भी दिखाई दे रही है। अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त, अमृत काल और मौसम से जुड़ी सभी जानकारी मिल रही है।
  • घड़ी के बैकग्राउंड में हर घंटे नई तस्वीर दिखाई दे रही है। ये तस्वीर द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, नवग्रह, राशि चक्र के साथ दूसरे धार्मिक स्थल, देश-दुनिया के खूबसूरत सूर्यास्त, सूर्य ग्रहण की हैं।
  • वैदिक घड़ी घड़ी इंटरनेट और ग्लोबल पाजिशिनिंग सिस्टम (जीपीएस) से जुड़ी है।
  • घड़ी से जुड़ा मोबाइल ऐप जल्द लांच होगा। वैदिक घड़ी के सभी फीचर इस एप में रहेंगे। उज्जैन में लगने वाली घड़ी में जो बदलाव होंगे, वो एप में भी शो होंगे। आप इसे मैन्युअल भी ऑपरेट कर सकेंगे। इसे आप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे।
  • वैदिक घड़ी को आने वाले समय में नागरिक साफ्टवेयर डाउनलोड कर अपने मोबाइल और हाथ घड़ी में देख पाएंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!