उज्जैन। धुलेंडी के अवसर पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में आज तड़के भस्मारती के दौरान आग लग गई। किस दौरान गर्भगृह में मौजूद पांच पुजारी, 6 सेवकों समेट कुल 13 लोग इसकी चपेट में आकर झुलस गए। घटना के दौरान देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु मंदिर में मौजूद थे। 4 पुजारी गंभीर घायल बताए गए हैं, इनमे से 2 को इंदौर रेफर किया गया है। बाकी लोगों की हालत सामान्य बताई गई है।
देखिए घटना की पूरी रिपोर्ट का VIDEO….
आरम्भिक सूचना के अनुसार आग उस समय लगी जब धुलेंडी पर्व मनाने के दौरान रंग और गुलाल उड़ाया जा रहा था। इसी दौरान पुजारी कपूर से महाकाल की आरती भी कर रहे थे। इस दौरान अचानक आग भडकी और ऊपर लगे फ्लैक्स को अपनी चपेट में ले लिया। बताया जाता है कि इसका जलता हुआ हिस्सा नीचे आ गिरा जिसकी चपेट में आने से लोग झुलस गए । आग गर्भगृह के साथ ही नंदीहॉल के बाहरी हिस्से में भी लग गई थी।
आग की चपेट में आकर पुजारी और सेवक झुलस गए, सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी लगते ही कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा ने तत्काल अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाक़ात कर उचित चिकत्सा व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए है।
घटना के वक्त मंदिर में मौजूद थे सीएम के परिजन
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना के दौरान सीएम मोहन यादव के बेटे और बेटी भी मंदिर में मौजूद थे। दोनों भस्मारती दर्शन करने गए थे। दोनों सुरक्षित हैं।
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
एक सेवक ने बताया कि आरती के दौरान किसी पुजारी पर गुलाल डाल दिया गया। यह गुलाल दीपक पर गिरा और आग भभक गई। आशंका जताई जा रही है कि केमिकल युक्त गुलाल से आग लग गई। मंदिर में रंग और गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को सुरक्षित करने के लिए कुछ फ्लैक्स भी लगाए गए हैं। वे भी आग की चपेट में आ गए। आग पर बाद में काबू पा लिया गया। कलेक्टर नीरज सिंह के अनुसार मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी।