भोपाल से दिल्ली तक जमकर हलचल, भोपाल, इंदौर, सागर, जबलपुर, समेत 12 जिलों में अटका है मामला !
मध्य प्रदेश में बीजेपी के संगठन चुनाव को लेकर प्रदेश का सियासी माहौल गर्माया हुआ है, गुरूवार को भोपाल से लेकर दिल्ली तक अलग अलग स्तर पर भाजपा के सीनियर नेता दिनभर माथापच्ची करते नजर आए । जिलाध्यक्ष पद के कई दावेदारों ने पिछले कुछ दिनों से भोपाल में ही डेरा जमा रखा है, वही दूसरी और अपनी पसंद के जिलाध्यक्ष बनवाने के लिए बड़े क्षेत्रीय नेताओं ने भी दिल्ली में डेरा डाल रखा हैं और सक्रीय नजर आ रहे हैं, यह नेता अपने-अपने स्तर से फील्डिंग जमाने में लगे हैं। वहीं गुरुवार को भी राजधानी भोपाल में बीजेपी के सीनियर नेताओं के बीच मंथन चलता रहा. बताया जा रहा है कि बीजेपी के जिला निर्वाचन अधिकारियों और पर्यवेक्षकों ने रायशुमारी के बाद सभी नाम दिल्ली भेज दिए हैं, जहां माना जा रहा है कि मेरिट लिस्ट के आधार पर पैनल तैयार होगा और उसी के आधार पर जिलाध्यक्ष चुने जाएंगे, लेकिन इन सब के बीच से एक खबर निकलकर सामने आई है कि मध्यप्रदेश में भाजपा इस बार जिलाध्यक्ष के चयन में एक नया प्रयोग करने की तैयारी में है।
भाजपा मध्य प्रदेश में 10 से ज्यादा जिलों में महिलाओं को जिलाध्यक्ष बनाकर नई परिपाटी शुरू कर सकती हैं, उल्लेखनीय है की बीजेपी महिलाओं की राजनैतिक भागीदारी को बढ़ाने पर का लगातार जोर देती रही है, वही इसके उलट फिलहाल मध्य प्रदेश के 60 जिलों में से केवल नवगठित पांढुर्णा जिले में ही बीजेपी की एकमात्र महिला जिलाध्यक्ष वैशाली महाले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा संगठन इस बार मध्यप्रदेश के कुछ बड़े शहरों में महिला नेत्रियों को जिलाध्यक्ष बना सकती है, जिसमें भोपाल और इंदौर का नाम भी शामिल है, क्योंकि इन यहां शहरी और ग्रामीण अध्यक्ष बनते हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी शहरी अध्यक्ष के पद पर महिलाओं की नियुक्तियां कर सकती है. जिसके लिए सीनियर नेताओं में भी चर्चा हो चुकी है।
बता दें कि बीजेपी ने मध्य प्रदेश में संगठन चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को जिम्मेदारी सौंपी है, प्रदेश अध्यक्ष और जिलाध्यक्षों के चयन के लिए दिल्ली से लेकर भोपाल तक हलचल तेज है, कई सीनियर नेता अपने समर्थकों को जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते हैं, इसलिए सभी ने पूरा जोर लगाना शुरू कर दिया है। हालांकि माना जा रहा है कि बीजेपी क्षेत्रीय, जातीय समीकरणों के अनुसार ही जिलाध्यक्षों की नियुक्तियां करेगी। दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद 5 जनवरी को जिलाध्यक्षों की सूची जारी हो सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक़ बीजेपी की चुनाव अभियान समिति ने 60 जिलों के पैनल बनाए हैं, जिसमें तीन नाम सबसे ऊपर रखे गए हैं और उन्हें दिल्ली भेज दिया गया है। माना जा रहा है कि इन तीनों नामों में से किसी एक नेता के नाम पर मुहर लग जाएगी।