राजकोट। 5 टेस्ट मैचों की शुरुआत में पहला मैच हारने वाली टीम इंडिया ने आखिरकार इंग्लैंड को अहसास करा ही दिया की टेस्ट का असली किंग कौन है, राजकोट में खेले जा रहे सीरीज के तीसरे टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया ने जिस अंदाज में क्रिकेट खेला उससे इंग्लैंड टीम की अकड़ घुटनों पर आ गई , हैदराबाद टेस्ट में इंग्लैंड ने बाजी मार कर टीम इंडिया को जिस ‘बेजबाल’ अंदाज में चौकाया था उसकी पूरी कसर अगले दो टेस्ट में टीम इंडिया ने पहले विशाखापटनम और अब राजकोट में गिन –गिन कर लिया, टीम इंडिया के इस पलटवार के बाद पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज में 2-1 से शानदार बढ़त हासिल कर ली है।
भारत ने इंग्लैंड को राजकोट में तीसरे टेस्ट मैच में 434 रन से हरा दिया है। टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 445 रन बनाए थे। इंग्लैंड की पहली पारी 319 रन पर सिमटी। भारत ने दूसरी पारी में चार विकेट पर 430 रन बनाए और पारी घोषित कर दी। इंग्लैंड को 557 रन का लक्ष्य मिला था। जवाब में इंग्लिश पारी 122 रन पर सिमट गई। राजकोट टेस्ट में जीत के साथ ही टेस्ट क्रिकेट इतिहास में 434 रनों की इस बड़ी जीत के साथ टीम इंडिया ने एक कीर्तिमान भी बना दिया है। उल्लेखनीय है की रनों के लिहाज से भारत की टेस्ट मैच में यह जीत सबसे बड़ी जीत है।
भारत की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी टेस्ट जीत
434 बनाम इंग्लैंड राजकोट 2024
372 बनाम न्यूजीलैंड मुंबई 2021
337 बनाम दक्षिण अफ्रीका दिल्ली 2015
321 बनाम न्यूजीलैंड इंदौर 2016
320 बनाम ऑस्ट्रेलिया मोहाली 2008
दूसरी पारी में यशस्वी ने जड़ा दोहरा शतक

चौथे दिन के खेल में भारतीय टीम की शुरुआत शानदार रही, शुभमन गिल और कुलदीप यादव चौथे दिन के पहले सत्र में इंग्लैंड के गेंदबाज ज विकेट के लिए तरसते दिखे, लंच के ठीक पहले गिल के आउट होने के बाद यशस्वी जायसवाल क्रीज पर उतरे। जायसवाल तीसरे दिन के खेल में शतक बनाने के बाद रिटायर्ड हर्ट हो गए थे। हालांकि इसी बीच भारत ने कुलदीप यादव का भी विकेट गंवा दिया, जो रेहान अहमद की गेंद पर जो रूट के हाथों लपके गए। इसके बाद यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान ने मिलकर आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए भारत को काफी मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान ने मिलकर पांचवें विकेट के लिए नाबाद 172 रनों की साझेदारी की, निर्णायक बढ़त के बाद टीम इंडिया ने चाय के कुछ समय बाद अपनी दूसरी पारी 430/4 के स्कोर पर घोषित कर दी , यशस्वी ने 236 गेंदों पर नाबाद 214 रनों की पारी खेली, यशस्वी ने अपनी पारी में 14 चौके और 12 छक्के लगाए. वहीं शुभमन गिल ने 91 और सरफराज खान ने नाबाद 68 रन बनाए।

भारत की पहली पारी में 126 रनों की बढ़त और दूसरी पारी में 430/4 के सहायता से इंग्लैंड को 557 रनों का विशाल लक्ष्य दिया, जबाब में खलने उतरी इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी भारतीय ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा के सामने ताश के पत्तो की तरह ढह गई, एक समय इंग्लैंड का स्कोर 50/7 हो गया था, जिसके बाद पूछल्ले बल्लेबाज बेन फोक्स के 16, टॉम हार्टले के 16 तथा मार्क वुड के तेज तर्रार 33 रनों की सहायता से इंग्लैंड 100 के पार पहुंची और 122 रनों पर ढेर हो गई। जडेजा ने पहली पारी में शानदार शतक (122) के साथ 2 विकेट लिए थे वही इंग्लैंड की दूसरी पारी में जडेजा ने कहर बरपाते हुए 5 प्रमुख विकेट लेकर इंग्लैंड की घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।

दूसरी पारी में इंग्लैंड का स्कोरकार्ड
दोहरा शतक जमाकर जायसवाल ने रचा इतिहास
भारत की दूसरी पारी में दोहरा शतक जमाकर यशस्वी ने एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। जायसवाल अपने पहले तीन शतक को 150+ स्कोर में परिवर्तित करने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में भी शामिल हो गए हैं। बता दें कि जायसवाल से पहले ऐसा कारनामा टेस्ट क्रिकेट में जावेद मियांदाद, एंड्रयू जोन्स, ब्रायन लारा, महेला जयवर्धने, मैथ्यू सिंक्लेयर और ग्रीम स्मिथ ने किया था। साथ ही यशस्वी जायसवाल टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ दो दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज भी बन गए हैं।
मैच के बाद इन्टरव्यू के दौरान बात करते हुए यशस्वी ने बताया कि मैं कोशिश करता हूँ के मैदान पर अपना बेस्ट प्रदर्शन दूँ, यशस्वी ने कहा कि मेरे लिए इतना आसान नहीं था कि इंग्लैंड जैसी टीम के गेंदबाजों के सामने आते ही बड़े-बड़े शॉट लगा सकूँ लेकिन मैंने खुद को संभाला और अपने खेल के ऊपर ध्यान दिया, जाते-जाते उन्होंने बोला कि मुझे काफी ख़ुशी है कि मैंने अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया।

इंग्लैंड टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड की इस हार के बाद बात करते हुए कहा की बेन डकेट ने हमें बेहतर शुरुआत दी थी लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने क्रीज़ पर टिककर नहीं खेला और लगातार विकटों को गंवाते चले गए, स्टोक्स ने कहा कि इंग्लैंड टीम जिस तरह से टेस्ट क्रिकेट खेल रहा है उसको देखते हुए सभी की एक ही राय है लेकिन इसी अंदाज़ में खेलते हुए हमें सफ़लता भी मिलती है। जाते-जाते उन्होंने बोला कि हम अगले मुकाबले में बेहतर करने की कोशिश करेंगे।
इस एतिहासिक जीत से गदगद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि हमें टेस्ट क्रिकेट के पाँचों दिन के महत्व का ध्यान रखना होता है, चीज़ें काफी जल्दी बदलती हैं लेकिन हमने जिस तरह से तीसरे दिन वापसी की वो काफी अच्छी बात थी, शुरुआत में पहले दिन हमने तीन विकेट जल्दी गंवा दिए थे लेकिन उसके बाद हमें जिस साझेदारी की दरकार थी वो मिली, सरफराज एक काबिल बल्लेबाज़ हैं और अपने डेब्यू मुकाबले पर उन्होंने ये साबित भी किया है, रोहित ने कहा की इस मुकाबले में काफी कुछ टर्निंग था, हमने टॉस जीता, पहली पारी और दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन काबिले तारीफ था। दूसरी पारी में हम अपनी लीड को बड़ा करना चाहते थे और उसमें सफल भी हुए, जड्डू ने इस विकेट पर अपने नाम मुताबिक काम किया, यशस्वी के दोहरे शतक ने हमारा काम आसान कर दिया।