फ़टाफ़ट और लीग क्रिकेट की चाह में पिछले कई समय से घरेलु क्रिकेट से दुरी बनाने वाले टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इशारों-इशारों में कड़ा संदेश दिया हैं। बीसीसीआई ने आईपीएल के शुरू होने से पहले लीग क्रिकेट की तैयारी कर रहे और अपनी घरेलु राज्य की टीम के साथ रणजी ट्रॉफी मैचो में हिस्सा नहीं ले रहे कई स्टार खिलाड़ियों को अनुशासन के लिहाज से राज्य टीमों में भागीदारी अनिवार्य कर दी है।
ऐसे में ये खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी के अगले राउंड में खेलते हुए नजर आएंगे। कई खिलाड़ियों ने हाल में कहने के बावजूद रणजी क्रिकेट का एक तरह से बॉयकाट किया हुआ था। बीसीसीआई और नेशनल सेलेक्टर्स ने इस बारे में अब सख्ती दिखाई है। कई खिलाड़ियों को सोमवार को ईमेल के माध्यम से इस बारे में सूचित किया गया हैं, उक्त निर्देश उन खिलाड़ियों पर लागू नहीं होगा जो वर्तमान में राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं हैं या बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैब से नहीं गुजर रहे हैं।
बीसीसीआई ने ऐसे सभी खिलाड़ियों को तत्काल प्रभाव से 16 फरवरी से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी मैचों के आगामी दौर के लिए अपनी संबंधित राज्य टीमों में शामिल होना आवश्यक कर दिया गया है। बीसीसीआई ने कहा, ‘खिलाड़ी केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या आईपीएल को प्राथमिकता नहीं दे सकते हैं, उनको खुद को घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध रखना होगा और अपनी संबंधित राज्य टीमों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करना होगा।
ईशान किशन, क्रुणाल पंड्या, दीपक चाहर को मिला कड़ा संदेश
इस नियम के लागू होने से ईशान किशन जैसे खिलाड़ी प्रभावित होंगे, जिन्होंने आईपीएल की तैयारियों के लिए घरेलू क्रिकेट को छोड़ दिया है। इस बात का दावा हाल में क्रिकबज की रिपोर्ट में किया गया था। ईशान फिलहाल आईपीएल के लिहाज से बड़ौदा में ट्रेनिंग ले रहे हैं, जबकि उनकी घरेलु टीम झारखंड को राजस्थान के खिलाफ जमशेदपुर में खेलना है। वही क्रुणाल पंड्या और दीपक चाहर जैसे अन्य खिलाड़ियों तक भी है, जो रणजी ट्रॉफी मैचों में खेलने से बचते रहे हैं, और आपीएल की तैयारियों में जुटे हुए है।