हरदा। महिलाओं एवं बच्चों के समग्र विकास के लिये जिला प्रशासन लोकसभा निर्वाचन के बाद विशेष अभियान प्रारम्भ करेगा। इस अभियान के तहत बच्चों की शिक्षा व स्वास्थ्य तथा महिलाओं के स्वास्थ्य व स्वरोजगार सहित उनके सर्वांगीण विकास की व्यवस्था की जाएगी। अभियान की प्रारंभिक तैयारियों की समीक्षा कलेक्टर आदित्य सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में विस्तार से की। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ रोहित सिसोनिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग संजय त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी पीएम सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचपी सिंह, डीपीसी, एनआरएल के डीपीएम सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने कहा कि पहले चरण में लगभग 50 गांव शामिल कर वहां की महिलाओं व बच्चों के लिये शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार सहित सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। इस कार्य में जिला प्रशासन शासकीय संसाधनों के साथ-साथ अशासकीय समाज सेवी संगठनों का सहयोग भी लेगा। इससे पूर्व चिन्हित किये गये गांवों में शीघ्र ही विस्तृत सर्वे प्रारम्भ किया जाएगा।
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महिलाओं व बच्चों के संबंध में विस्तृत सर्वे कर उनकी समस्याएं चिन्हित की जाएंगी
कलेक्टर सिंह ने बताया कि सर्वे के माध्यम से महिलाओं व बच्चों के कुपोषण, टीकाकरण, पोषण आहार वितरण, शिक्षा की उपलब्धता, प्रसव पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था, महिलाओं को स्वरोजगार की आवश्यकता की जानकारी संकलित की जाएगी। सर्वे के बाद प्रारंभिक चरण 50 गांव चिन्हित किये जायेंगे। इन चिन्हित ग्रामों में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, संस्थागत प्रसव की व्यवस्था, कुपोषित महिलाओं का चिन्हांकन व उनके कुपोषण दूर करने के लिये उपाय किये जायेंगे। गर्भावस्था में ही महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर हाई रिस्क महिलाओं को चिन्हित कर उनके उपचार की विशेष व्यवस्था की जाएगी तथा शासकीय अस्पताल में ही उनके प्रसव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
बच्चों का टीकाकरण, शिक्षा व पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा
कलेक्टर सिंह ने बैठक में कहा कि जन्म के तत्काल बाद से बच्चों का टीकाकरण, पोषण पुर्नवास केन्द्र के माध्यम से उनके कुपोषण का उपचार, आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों को पोष्टिक आहार उपलब्ध कराने तथा पूर्व प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। आंगनवाड़ी में दर्ज 5 वर्ष से अधिक आयु के सभी बच्चों का स्कूलों में प्रवेश दिलाने की व्यवस्था की जाएगी तथा कोई भी बच्चा स्कूल न छोड़े, इसके लिये विशेष मॉनिटरिंग की जाएगी। कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में निर्देश दिये कि ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं व बच्चों में कुपोषण दूर करने के उद्देश्य से सुरजना के पौधे लगाने तथा मुनगे के पत्तों का पावडर व टेबलेट तैयार करने की व्यवस्था भी जिले में की जाएगी।