हरदा – भोपाल विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंची नपा सीएमओ के प्रोटोकॉल उल्लंघन की शिकायत, विधायक ने लिखा पत्र 

हरदा। शनिवार को नगर के पीलियाखाल क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास के लोकार्पण कार्यक्रम में हुए अपमान से आहत हरदा विधायक आरके दोगने ने मामले की शिकायत विधानसभा अध्यक्ष म.प्र. विधानसभा, मुख्य सचिव मप्र प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल, आयुक्त नर्मदापुरम संभाग एवं हरदा कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर की है, पत्र में मुख्य नगर पालिका अधिकारी कमलेश पाटीदार द्वारा शासकीय कार्यक्रम को पार्टी विशेष कार्यक्रम बनाने व जनप्रतिनिधियों के प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन किए जाने की शिकायत की गई है।

क्या उल्लेख किया है पत्र में … विधायक दोगने द्वारा प्रेषित किए गए शिकायती पत्र में लेख किया गया है कि नगर पालिका परिषद हरदा द्वारा दिनांक 09/03/2024 को पीलियाखाल में प्रधानमंत्री आवास के लोकार्पण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जो कि शासकीय कार्यक्रम था परन्तु मुख्य नगरपालिका अधिकारी, नगर पालिका परिषद हरदा द्वारा उक्त कार्यक्रम में प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन करते हुए शासकीय कार्यक्रम को पार्टी विशेष कार्यक्रम बना दिया गया एवं क्षेत्र के वर्तमान जनप्रतिनिधि/विधायक का अपमान किया गया।

विधायक दोगने की शिकायत में यह है मुख्य बिंदु ..

  • उक्त शासकीय कार्यक्रम का क्षेत्रीय विधायक को आमंत्रण नहीं दिया गया।
  • उक्त शासकीय कार्यक्रम के बैनर में पार्टी विशेष के लोगों की फोटो लगाई गई और क्षेत्रीय विधायक को नजर अंदाज किया गया।
  • लोकार्पण के पत्थर/प्रेस नोट में पार्टी विशेष के लोगों के नाम लिखे गए परन्तु क्षेत्रीय विधायक के नाम को नजरअंदाज कर अपमानित किया गया।
  • मंच पर भी पार्टी विशेष के लोगों को बैठाया गया परन्तु क्षेत्रीय विधायक को जगह नहीं दी गई।
  • मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरदा द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जनता को गुमराह कर रहे है कि नगर पालिका स्वायत्त संस्था है। नगर पालिका एक्ट में संचालन परिषद करती है किसका नाम लेना है बुलाना है यह अध्यक्ष तय करेगा। जबकि नगर पालिका का बजट म.प्र. विधानसभा से आता है और म.प्र. विधानसभा में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व स्थानीय विधायक करता है एवं नगर पालिका क्षेत्र की जनता भी विधायक को चुनती है।

क्या था पूरा मामला

इस बाबत चर्चा करते हुए विधायक दोगने ने बताया की गत शनिवार को नगर में प्रधानमंत्री आवास के लोकार्पण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, उक्त कार्यक्रम की जानकारी उन्हें शनिवार के ही दिन दोपहर साढ़े ग्यारह बजे नगर पालिका के दो कर्मचारियों के द्वारा निवास पर आकर दी, और बताया की आज दोपहर 4 बजे नगर के पिलियाखाल में कार्यक्रम रखा गया है, आपको आना है, उन्हें न तो आमंत्रण पत्र दिया गया और न ही इस कार्यक्रम की कोई पूर्व सुचना। इसके बाबजूद वे क्षेत्र की जनता को मिलने वाली सौगात और शासन के कार्यक्रम की गरिमा का ध्यान रखते हुए विधायक उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में न तो उन्हें क्षेत्रीय विधायक के नाते प्रोटोकॉल दिया गया न ही उनके साथ सम्मानित व्यवहार किया गया , विधायक दोगने ने बताया की न तो आमंत्रण पत्र पर, न कार्यक्रम स्थल पर लगे बैनरों पर, न ही शिलान्यास शिला पर कही उनका नाम दर्ज नहीं किया गया, उन्होंने कहा की है यह शासकीय कार्यक्रम को सत्ता के दबाव में मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरदा द्वारा पार्टी विशेष का कार्यक्रम बना दिया गया एवं जनप्रतिनिधि/विधायक के प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया। इस सबंध में उन्होंने अपने शिकायत पत्र में भी उल्लेख किया है।

इस मामले में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक दोगने ने आपत्ति लेते हुए हरदा नगर पालिका सीएमओ कमलेश पाटीदार और भाजपा पदाधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई थी, इस दौरान उन्होंने सीएमओ को चेतावनी देते हुए उन पर भाजपा के स्थानीय नेताओं के इशारे पर विधायक के साथ अपमानजनक व्यवहार करने, जनप्रतिनिधि प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने आदि के आरोप लगाए थे , इसके बाद विधायक के द्वारा उठाए गए प्रश्नों और आरोप पर नगर पालिका में सांसद प्रतिनिधि और नपा अध्यक्ष के पति राजू कमेडिया ने विधायक को जबाब देते हुए कांग्रेस की पूर्व नगर पालिका के कार्यकाल के दौरान तात्कालिक विधायक कमल पटेल के साथ किए गए व्यवहार का हवाला देते हुए बचाव किया था।

और क्या क्या बोले विधायक दोगने ..

नगर पालिका किसी पार्टी विशेष या व्यक्ति विशेष की आय से नहीं चलती है यह अनुदानित संस्था है, शासन द्वारा दिए गए अनुदान से चलती है। जिसका बजट विधानसभा में विधायकों की उपस्थिति में तय होता है।

विधायक दोगने ने इस दौरान सांसद प्रतिनिधि राजू कमेडिया के मंच पर आकर मामले में बीच-बचाव करने पर भी कहा की सांसद प्रतिनिधि राजू कमेडिया मंच पर पूर्व मंत्री जी का बचाव कर रहे थे क्या आपको ज्ञात है कि यदि स्वयं सांसद मंच पर उपस्थित हो तो सांसद प्रतिनिधि को शासकीय कार्यक्रम में बोलने का कोई अधिकार नहीं होता है।

पूर्व मंत्री को घेरा ..

पूर्व मंत्री कमल पटेल द्वारा बताया गया 2011 की कांग्रेस शासित नगर पालिका द्वारा उन्हें आमंत्रण नहीं दिया गया। जब वह विधायक थे। तो मै उनसे पूछना चाहता हूँ क्या आपको विधायक के प्रोटोकॉल का ज्ञान नहीं था क्या ? यदि नहीं था तो इसमें मेरी भूल नही है मुझे अपने प्रोटोकॉल का ज्ञान है। इस लिए मेरे द्वारा विरोध किया गया।

पूर्व मंत्री पर कसा तंज …. क्या आप राजनीति छोड़ दोगे

विधायक दोगने ने कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री कमल पटेल के द्वारा वक्तव्य के बीच उन पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की आपके द्वारा भरे मंच से कहा गया कि मैं कभी भी भाजपा ज्वाइन कर सकता हूँ, तो यह बताइए मैं जनता द्वारा चुना गया विधायक हूं यदि मैं भाजपा ज्वाइन कर लेता हूँ तो, आप राजनीति छोड बारंगा जाएंगे क्या ?

बहरहाल इस मामले में पूर्व मंत्री कमल पटेल की और से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन उक्त कार्यक्रम में उन्होंने भी बड़े प्रभावी ढंग से कांग्रेस के 70 प्रतिशत कमीशन वाले दावे को आड़े हाथों ले मंच पर ही जमकर घेरा था।

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