कलेक्टर सिंह की अपील शासन पर कायम रखे भरोसा, न्याय जरुर होगा .. !
शिशिर गार्गव, हरदा।
बैरागढ़ हरदा में पटाखा फैक्ट्री में गत दिवस हुई अग्नि दुर्घटना में मृतको के परिजनों को शासन की और से विभिन्न मदों से सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए कलेक्टर आदित्य सिंह ने जिले के अधिकारियों के साथ मिलकर एक विस्तृत कार्य योजना बनाई है।
‘संवाद 24’ के साथ विशेष चर्चा में जिले के कलेक्टर आदित्य सिंह ने हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के पीडितो और हताहतो के पुनर्वास, मुआवजा, राहत राशि आदि के प्रबंध और वितरण की कार्ययोजना पर चर्चा की है।
- कुछ मदों से स्वीकृत राशि आना शेष, शीघ्र होगा सभी राहत राशि का वितरण।
- 4 एक्ट के तहत होगा राहत राशि का वितरण।
- घटना स्थल के 1 किमी क्षेत्र के दायरे में सर्वे का कार्य पूरा।
- दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रशासन का प्लान तैयार।
- मामले में दोषियों के विरुद्ध सख्त होगी कार्रवाई, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
- हरदा जिले में भविष्य में नहीं होगा ‘बारूद’ का कारोबार।
- NGT और PCB गाइड लाइंस के मुताबिक़ नष्ट होगा बारूद।
- जिले के अन्य पटाखा और बारूद कारोबारी निशाने पर।
खतरनाक अपशिष्ट के निपटान का कार्य आरंभ, 1 लाख 17 हजार किलो बारूद किया था जप्त

कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया की पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के बाद घटना स्थल और अन्य स्थलों से जप्त लगभग 1.17 लाख किलो बारूद और अपशिष्ट के निपटान हेतु पीथमपुर इंडस्ट्रियल वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार किया गया है। उक्त संस्था एनजीटी – राष्ट्रीय हरित अधिकरण एवं पीसीबी – मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों के अनुसार बारूद और खतरनाक अपशिष्ट का निपटान करेगी। इस हेतु न्यायालय से अनुमति प्राप्त करने के बाद परिवहन भी आरंभ कर दिया गया है।
हरदा जिले में अब नही दी जाएगी किसी पटाखा फैक्ट्री के संचालन की अनुमति
कलेक्टर आदित्य सिंह ने चर्चा के दौरान बताया की भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसलिए जिला प्रशासन एक विस्तृत कार्ययोजना पर काम कर रहा है। इस कार्ययोजना के लागू हो जाने के बाद हरदा जिले में पटाखा फैक्ट्री का संचालन कर पाना असंभव होगा, वही वर्तमान में जिन लोगो के पास पटाखा बनाने के लायसेंस है उन्हें निरस्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
हादसे के जिम्मेदारो के खिलाफ सख्त और पुख्ता कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है शासन
कलेक्टर आदित्य सिंह ने चर्चा के दौरान बताया की हरदा नगर में हुए पटाखा फैक्ट्री अग्निकांड के बाद मप्र शासन के निर्देशानुसार सख्त कार्रवाई की जा रही है। हादसे के पीड़ितों को न्याय मिले तथा उनका पुनर्वास के साथ सामजिक आर्थिक जीवन फिर से स्थापित हो इस हेतु जिला प्रशासन हर स्तर पर तैयारी कर रहा है, ताकि कोई अवरोध पैदा ना हो। सिंह ने बताया की इस क्रम में दोषी पटाखा फैक्ट्री मालिक की संपत्तियों को कुर्क कर लिया गया है। जिसकी नीलामी मार्च के पहले पखवाड़े में की जायेगी, उक्त नीलामी से प्राप्त राशि को पीड़ितों के पुनर्वास और राहत में लगाया जाएगा।
पीड़ितों के लिए स्वीकृत की 20 करोड़ 33 लाख 66 हजार की सहायता राशि
कलेक्टर आदित्य सिंह ने चर्चा के दौरान बताया की हरदा नगर में हुए पटाखा फैक्ट्री अग्निकांड के बाद जिला प्रशासन ने अब तक रेड क्रास, रोगी कल्याण समिति, प्रधानमंत्री राहत कोष, एनजीटी, सार्वजनिक दायित्व बीमा अधिनियम (Public Liability Insurance Act) और श्रमिक मुआवजा अधिनियम 1923 (Workers Compensation Act 1923) तथा शासन की विभिन्न योजनाओं को एक साथ लाकर लगभग 20 करोड़ 33 लाख 66 हजार की सहायता एवं क्षतिपूर्ति राशि स्वीकृत की है। उक्त स्वीकृत राशि में से लगभग ढाई करोड़ रुपए राशि का भुगतान किया जा चुका है। शेष राशि का भुगतान आगामी पखवाड़े में कुर्क संपति के विक्रय एवं शासन एवं अन्य संस्थाओं से प्राप्त होने वाली राशि से शीघ्र किया जायेगा।
दुर्घटना में मृतक के परिजनों को घर जाकर प्रदान की सहायता राशि

दुर्घटना में हताहत हुए मृतक मुकेश चंदेल व मृतक उषा चंदेल की बेटी नेहा चंदेल को एनजीटी के आदेश के परिपालन में कलेक्टर आदित्य सिंह द्वारा नेहा के पिता मुकेश चंदेल व माँ उषा चंदेल की मृत्यु होने पर प्रति व्यक्ति मृतक 15 लाख के मान से कुल 30 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई। इसी प्रकार रजिया बी के पति मुबीन खान की मृत्यु होने पर प्रति व्यक्ति 15 लाख रूपये के मान से क्षतिपूर्ति की राशि रूपये 15 लाख स्वीकृत की गई है। गुरूवार को उक्त राशि का चेक कलेक्टर आदित्य सिंह द्वारा क्षेत्रीय सांसद डीडी उइके, जिला पंचायत गजेन्द्र शाह, पूर्व कृषि मंत्री कमल पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश वर्मा, पुलिस अधीक्षक अभिनव चौकसे की उपस्थिति में उनके परिजनों को सौंपा।
राहत शिविर का सतत मुआयना, खाने, नाश्ते, उपचार और आराम और बच्चों की पढ़ाई के लिए किए गए है विशेष प्रबंध
दुर्घटना में पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविर पर चर्चा करते हुए कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया की दुर्घटना के पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविर में अधिकारियों को सतत मुआयना करने एवं पीड़ित परिवार के प्रत्येक सदस्य की आवश्यकताओं का ख्याल रखने का पुख्ता इंतजाम किया गया है। राहत शिविर में पेयजल, भोजन, नाश्ता, दवाईया, उपचार सुविधा, गर्म पानी, गर्म कपडे, साफ बिस्तर इत्यादि का विशेष प्रबंध किया गया है ताकि शिविर में रह रहे लोगो को किसी प्रकार की असुविधा न हो। शिविर में रह रहे स्कूली बच्चों की पढ़ाई और स्कुल आने जाने के लिए वाहन आदि इस पुरे प्रबंध को कलेक्टर सिंह स्वयं मॉनिटर कर रहे है, उन्होंने बताया की शिविर में किसी प्रकार की सेवाओं में कमी न रह जाए इसलिए वे स्वयं एक दो दिन के अंतराल पर शिविर में जाकर पीड़ित परिवार को परोसा जाने वाला भोजन नाश्ता आदि की जांच कर रहे है।
कलेक्टर आदित्य सिंह की पीड़ित परिवारों से अपील, भरोसा रखे, न्याय जरूर होगा
कलेक्टर आदित्य सिंह ने कुछ पीड़ित परिवार के सदस्यों के द्वारा स्थानीय घंटाघर पर धरना-प्रदर्शन के सवाल पर जबाब देते हुए कहा की दुर्घटना के प्रभावितों के पुनर्वास, नुकसानी सर्वे , राहत राशि वितरण, इत्यादि सभी कार्यों को बड़ी सूक्ष्मता के साथ संपादित कर लिया गया है। शासन के द्वारा हर पीड़ित और प्रभावित परिवार के लिए पात्रता अनुसार प्रबंध किए जा रहे है। जिला प्रशासन लगातार पीड़ित परिवारों के साथ संपर्क बनाए रखा है, समय समय पर उन्हे सूचनाओं और आवश्यक जानकारियों से अवगत भी कराया जा रहा है। इसके बाबजुद इस तरह से प्रदर्शन ठीक नहीं है, कलेक्टर सिंह ने कहा की जिला प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने जा रहा है, और वे स्वयं इसके लिए प्रतिबद्ध है, पीड़ितों के हित मे उठाए गए सभी कदम और निर्णय पब्लिक डोमेन मे है जिसका कोई भी कभी भी अवलोकन कर सकता है। उन्होने कहा की भरोसा रखिए , न्याय जरूर होगा, भविष्य मे हरदा पर बारूद का किसी प्रकार का खतरा ना हो इसलिए जिला प्रशासन निर्णायक और ठोस कदम उठाने जा रहा है, जो की जल्द ही सभी के सामने होगा।