गुरदिया उपशाखा के क्षेत्र में नहीं पहुंचा पानी , परेशान किसानों ने किया धरना प्रदर्शन, सौपा ज्ञापन
हरदा। जिले में गर्मी की मुंग फसल को लेकर सभी किसान नहर के पानी पर निर्भर रहते है, शासन के द्वारा इस हेतु व्यापक तौर पर तैयारिया और व्यवस्थाए भी बनाई गई लेकिन, नहर विभाग के कर्मचारियों और चौकीदारों की मिलीभगत के चलते जिले के कुछ क्षेत्रों में नहर का पानी अभी तक नहीं पहुंचा है, जबकि मुंग फसल के लिए तवा डेम से विगत माह की 26 तारीख को नहर में पानी छोड़ा गया था, यह स्थिति हंडिया मुख्य शाखा के ग्रामो की है, तो इसके आगे के क्षेत्र की स्थिति अंदाजा लगाया जा सकता है।
मंगलवार को पानी की अनुपलब्धता से परेशान किसानों ने नहर में पानी उपलब्ध कराए जाने, तय प्रवाह की मात्रा का पालन करने सहित विभिन्न समस्यायों को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपा है। इस मामले में जानकारी देते हुए किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक सारन ने बताया की जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में गर्मी की फसल के लिए पूर्व बैठक कर नहर के जल वितरण में एक समानता रखे जाने और जल प्रवाह को अवरुद्ध नहीं किए जाने आदि विषयों पर सहमती बनी थी. जिसके वाबजूद उपरी क्षेत्र में चौकीदारों के द्वारा मुख्य नहर के गेट बंद करके मुख्य नहर के पानी को रोका जा रहा है, इसके कारण हंडिया मुख्य शाखा और उपशाखाओं की नहर में तय मात्रा से अधिक जल प्रवाह हो रहा है, जबकि दूसरी और गुरदिया उपशाखा rd 23790 मीटर की नहर में आज दिनांक तक पानी नहीं पहुंचा है।

सारन ने बताया की इसी के सबंध में आज कलेक्टर कार्यालय में धरना देकर एक 8 सूत्रीय ज्ञापन कलेक्टर महोदय को सौपकर नहर जल वितरण व्यवस्था को सुगम बनाने हेतु आग्रह किया गया है।
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हंडिया शाखा नहर का ओसराबंदी कार्यक्रम जारी
किसानों के प्रदर्शन के बीच जल संसाधन विभाग हरकत में आ गया और हंडिया शाखा नहर में ओसराबंदी लागू कर दी गई, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन हंडिया शाखा नहर सोनम वाजपेयी ने बताया कि 3 अप्रैल से 48 घंटे की ओसरा बंदी का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह 8.00 बजे से प्रत्येक बुधवार व गुरूवार 0 से 12.09 कि.मी. तक की समस्त नहरें बंद रहेंगी। प्रत्येक शुक्रवार व शनिवार 12.09 से 21 कि.मी. तक की समस्त नहरें बंद रहेंगी।
प्रत्येक रविवार व सोमवार 21 से 33 कि.मी. तक की समस्त नहरें बंद रहेंगी। प्रत्येक मंगलवार 33 से 40 कि.मी. तक नहरें बंद रहेंगी उन्होने बताया कि 5 क्यूसेक से छोटी नहरे शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद रहेंगी। किसानों से अपील की गई है कि बिना अनुमति एवं अग्रिम राशि जमा किये बगैर सिंचाई पंप नहीं चलावे। ट्रेक्टर चलित एवं 10 एच.पी. से अधिक क्षमता के पंप नहीं चलेंगे।
डिफाल्टर किसानों के द्वारा सिंचाई राजस्व राशि जमा न करने की स्थिति में सायफन अथवा पंप बंद करने की कार्यवाही की जावेगी। उन्होने बताया कि पानी की आवक एवं आवश्यकता को देखते हुए बडी उपशाखाओं में ओसराबंदी कार्यक्रम में बदलाव कार्यपालन यंत्री द्वारा किया जा सकेगा।