वड़ोदरा में विरोध का झंडा बुलंद करने वाली महिला मोर्चे की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्योतिबेन पंडया को भाजपा ने किया निलंबित
अहमदाबाद। गुजरात में भाजपा को शनिवार को एक के बाद एक दो बड़े झटके लगे हैं। पार्टी के द्वारा वड़ोदरा से घोषित उम्मीदवार रंजनबेन भट्ट के चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद देर शाम साबरकांठा से बीजेपी उम्मीदवार भीखाजी ठाकोर ने भी लोकसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है।
बीजेपी के घोषित उम्मीदवार भीखाजी ठाकोर ने ऐलान किया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे, हालांकि उन्होंने ‘व्यक्तिगत कारणों’ के चलते चुनावी दौड़ से अपना नाम वापस लेने की घोषणा जरुर की लेकिन चुनाव न लड़ने का कारण नहीं बताया है। अब बीजेपी को इन दोनों सीटों पर नया उम्मीदवार चुनना होगा। अभी भी संभवतः एक-दो और सीटों पर प्रत्याशी बदलने की चर्चा है। इससे पहले शनिवार की सुबह वडोदरा से भाजपा उम्मीदवार रंजनबेन भट्ट ने भी ‘व्यक्तिगत कारण’ का हवाला देते हुए चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी। गुजरात भाजपा में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के बाद से घमासान मचा हुआ है।
विवाद की आशंका से छोड़ा मैदान
साबरकांठा सीट से भीखाजी ठाकोर के पीछे हटने के कई कारण राजनीतिक हलकों में गिनाए जा रहे हैं। इनमे प्रमुख विवाद उनकी जाती से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, संभवत वे आशंकित थे की उनकी जाति को लेकर चुनाव में विवाद खड़ा हो सकता है। जानकारी के मुताबिक़ वे मूलरूप से डामोर हैं। दूसरा कारण साबरकांठा सीट से कांग्रेस ने पूर्व सीएम के बेटे तुषार चौधरी की उम्मीदवार बनाया है। वे खेड़ब्रह्मा सीट से विधायक है। पहले केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं। इस सीट से उनकी दूसरी मां निशा चौधरी भी सांसद रह चुकी हैं। वे 1996, 1998 और 1999 में लगातार तीन बार जीती थीं। यह सीट गुजरात के उत्तरी हिस्से में आती है तथा इस सीट पर अधिकाँश कांग्रेस का कब्जा रहा है।
रंजनबेन भट्ट ने भी ‘व्यक्तिगत कारण’ से छोड़ा मैदान

वडोदरा लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार रंजनबेन भट्ट ने ऐलान किया है कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उल्लेखनीय है की रंजनबेन को भाजपा ने वड़ोदरा से लगातार तीसरी बार मैदान में उतारा था, उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए एक पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि वो अपने व्यक्तिगत कारणों से लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने की इच्छुक नहीं हैं। हालांकि इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता की जबसे वड़ोदरा लोकसभा सीट पर रंजनबेन भट्ट के नाम की घोषणा हुई थी है, तब से बीजेपी में स्थानीय स्तर पर जमकर विरोध शुरू हो गया था। भाजपा की ही राष्ट्रीय महिला मोर्चा उपाध्यक्ष और वड़ोदरा की पूर्व मेयर ज्योतिबेन पंड्या ने ही रंजनबेन भट्ट के नाम का विरोध किया था। शहर के अलग-अलग इलाकों में उनके नाम का विरोध करते हुए बैनर भी लगाए गए थे।
भाजपा ने किया पंडया को निलंबित
उधर वड़ोदरा में मचे धमासन के बाद और पार्टी के द्वारा घोषित उम्मीदवार का सार्वजनिक विरोध और आरोप लगाने पर पार्टी आलाकमान ने भाजपा महिलानेत्री ज्योतिबेन पंड्या को निलंबित कर दिया गया है। ज्ञात हो की गुजरात बीजेपी ने वडोदरा की पूर्व मेयर और वर्तमान में महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रही डॉ. ज्योति पंड्या को सस्पेंड कर दिया है। पंड्या का नाम वड़ोदरा से टिकट के दावेदारों में था। पंडया ने रंजनबेन भट्ट को तीसरी बार टिकट देने का पुरजोर विरोध किया था और उन पर क्षेत्र की अनदेखी करने समेत कई आरोप लगाए थे। इसके अलावा रंजनबेन भट्ट के खिलाफ पुरे लोकसभा क्षेत्र में कई बैनर भी लगाए गए थे जिसके बाद स्थानीय तौर पर पार्टी की मौजूदा फुट सतह पर आ गई थी। बहरहाल अब यह देखना बाकी है कि भाजपा क्या करने का फैसला करती है, क्योंकि अब इन दो सीटों पर नए उम्मीदवार चुनने होंगे।