बोले मंत्री सारंग – राहुल गांधी विदेश में जाकर देश की छवि को धूमिल करते हैं
सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग (Vishwas Sarang) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के अमेरिका की बॉस्टन युनिवर्सिटी में दिए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत निर्वाचन आयोग पर बयान देना शर्मनाक है। मंत्री सारंग ने कहा कि राहुल गांधी विदेश में जाकर देश की छवि को धूमिल करते हैं, जो देशद्रोह की श्रेणी में आता है । राहुल का बयान देश के मान-सम्मान को कम करने वाला है। राहुल गांधी को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बोलने का अवसर इसलिए मिलता है, क्योंकि वे भारत के सांसद और विपक्ष के नेता हैं। लेकिन विदेश में जाकर वे राजनीतिक बयानबाजी करते हैं, जो शर्मनाक है।
अगर चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं तो सांसद कैसे बने
मंत्री सारंग ने कहा कि हमारी परंपरा गौरवशाली रही है। विपक्ष में रहकर सरकार की आलोचना देश में करना स्वतंत्रता है, लेकिन विदेश की धरती पर भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाना गलत है। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वे मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह के बयान देते हैं। उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। मंत्री सारंग ने कहा कि नेहरू परिवार और कांग्रेस हमेशा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के सम्मान को कम करने का काम करते हैं। अगर राहुल गांधी को चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है, तो वे खुद सांसद कैसे बने? उनकी बहन प्रियंका गांधी और मां सोनिया गांधी सांसद कैसे चुनी गईं? कांग्रेस को इतनी सीटें कैसे मिलीं?
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राहुल अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ना बंद करें
मंत्री सारंग ने राहुल गांधी को नसीहत दी कि वे अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ना बंद करें। उन्होंने कांग्रेस सांसद की टिप्पणी को बचकाना करार दिया। उन्होंने कहा कि राहुल को चाहिए कि वे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के मान-सम्मान को गिराने की कोशिश न करें। यह बचकाना हरकत है।
अमेरिका के बोस्टन में बोले थे राहुल गांधी – देश की चुनाव प्रणाली में ‘गंभीर समस्या’ है
विगत दिन भारतीय संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका प्रवास के दौरान यहां पर ब्राउन यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के साथ आयोजित चर्चा सत्र के दौरान महाराष्ट्र चुनाव का मुद्दा उठाया और कहा कि देश की चुनाव प्रणाली में ‘गंभीर समस्या’ है । उन्होंने कहा, “सरल शब्दों में कहें तो विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र में युवाओं की तादाद से ज़्यादा मतदान हुआ है । यह एक तथ्य है, चुनाव आयोग ने हमें शाम 5:30 बजे तक के मतदान के आंकड़े दिए और शाम 5:30 से 7:30 बजे के बीच, जब मतदान बंद हो जाना चाहिए था, 65 लाख मतदाताओं ने मतदान किया. अब, ऐसा होना शारीरिक रूप से असंभव है, है न? क्योंकि एक मतदाता को मतदान करने में लगभग 3 मिनट लगते हैं और अगर आप कैलकुलेट करें, तो इसका मतलब यह होगा कि रात 2 बजे तक मतदाताओं की लाइनें लगी रहीं और वे पूरी रात मतदान करते रहे, और ऐसा नहीं हुआ।”
राहुल गांधी ने आगे कहा, “इसलिए हमने उनसे पूछा कि क्या वीडियोग्राफी हो रही है. उन्होंने न केवल वीडियोग्राफी से इनकार कर दिया, बल्कि उन्होंने कानून बदल दिया, इसलिए अब आप वीडियोग्राफी के लिए नहीं कह सकते।” राहुल ने आगे कहा, “हमारे लिए यह बहुत साफ था कि चुनाव आयोग समझौता कर चुका है । यह बहुत साफ है कि सिस्टम में कुछ बहुत गड़बड़ है । हमने इसे सार्वजनिक रूप से कहा है, मैंने इसे कई बार कहा है।”