उज्जैन में सीएम, धार में सिंधिया, तो इंदौर में कैलाश भिया सबके अपने अपने दांव, इंदौर में 3 महिला नेताओं पर टिकी BJP आलाकमान की निगाहे
शिशिर गार्गव।
लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है। भाजपा ने हर प्रदेश के लिए अलग अलग रणनीति बनाकर प्रत्याशी चयन में काफी संजीदगी के साथ निर्णय ले रही है जिसकी छाप पहली सूची में साफ तौर पर देखी जा सकती है। मध्य प्रदेश में पार्टी ने 29 लोकसभा सीटों में से 24 पर प्रत्याशी घोषित कर दिए है, लेकिन पांच सीटो पर प्रत्याशी घोषित करना शेष है, इनमे इंदौर, उज्जैन, छिंदवाडा, बालाघाट और धार की सीट प्रदेश के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि जिन पांच सीटों को होल्ड किया गया है किसी ना किसी कारण से वहां पेंच फंसा हुआ है। जिस कारण से पार्टी ने इन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी बीजेपी ने लोकसभा का टिकट दिया है। चौंकाने की राजनीति में माहिर बीजेपी ने पांच सीटों को होल्ड कर राज्य की जनता की धड़कनें एक बार फिर से बढ़ा दी है।
बीजेपी ने रायशुमारी के जरिए संगठनात्मक प्रक्रिया पूरी की है और पदाधिकारियों से वे नाम मांगे गए जो उम्मीदवार हो सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया के तहत मध्य प्रदेश से बीजेपी पदाधिकारियों ने अपनी पसंद के नाम भी लिफाफे में लिखकर संगठन को भिजवा दिए हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक़ प्रदेश भाजपा ने मध्यप्रदेश की होल्ड पांच सीटो पर प्रत्याशी चयन के लिए अब भाजपा आलाकमान पर निर्णय लेने का जिम्मा सौंपने का निर्णय ले लिया है, क्योंकि यहां बात बन नहीं पा रही है, जानकारी के मुताबिक़ इंदौर लोकसभा सीट जो की बीजेपी का गढ़ है। इस सीट पर अभी शंकर लालवानी सांसद हैं। सूत्रों का दावा है कि इस सीट पर कैलाश विजयवर्गीय के कारण पेंच फंसा है। एक वर्ग मौजूदा सांसद के साथ है तो दूसरा नए चेहरे पर फोकस कर रहा है। दावेदारों की बात करें तो यहां से निशांत खरे, जीतू जिराती और गौरण रणदीवे, और महापौर पुष्यमित्र भार्गव का भी नाम शामिल है।
वही उज्जैन सीएम मोहन यादव का गृह जिला है। उज्जैन से अभी अनिल फिरोजिया सांसद हैं। माना जा रहा है कि यहां से सीएम की पसंद के उम्मीदवार को टिकट देना है। वहीं, दावेदारों में मौजूदा सांसद के अलावा सत्य नारायण सत्तन और पारस जैन का नाम भी दावेदारों में है। दूसरी और धार लोकसभा पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दांव उलझा रखा है, धार लोकसभा सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव को टिकट दिलाना चाहते हैं।यहां से वर्तमान में छतर सिंह दरबार सांसद हैं। वहीं, बीजेपी की सीनियर नेता रंजना बघेल भी दावेदारी कर रही हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा की पार्टी क्या निर्णय लेती है।
उधर शेष 2 सीटों छिंदवाड़ा और बालाघाट के हालात भी लगभग ऐसे ही प्रतीत हो रहे है, बालाघाट सीट से ढाल सिंह बिसेन सांसद हैं। बीजेपी के सीनियर नेता गौरीशंकर बिसेन यहां से अपनी बेटी की पैरवी कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है पार्टी यहां से टिकट बदलना चाहती है। इसी कारण यहां फैसला नहीं हुआ है। वही पार्टी आलाकमान की निगाहें इस चुनाव में छिंदवाड़ा सीट पर टिकी हुई है जहां पार्टी इस सीट को हथियाना चाहती है, और प्रदेश की सभी 29 सीटो पर परचम लहराना चाहती है। इसलिए इस सीट पर प्रत्याशी चयन में पार्टी विशेष सावधानी रख रही है, वैसे छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ है। सूत्रों का कहना है कि यहां नाम पर सहमति नहीं बन पाई है। यहां से नत्थन शाह, उत्तम ठाकुर और बंटी साहू का नाम चर्चा में शामिल है।
इन सबके बीच जो चर्चा सबसे ज्यादा गर्म है वो है, मध्य प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी और देश में मिनी मुंबई के नाम से जाने वाली इंदौर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी की, वैसे पार्टी के एक आला प्रादेशिक नेता के मुताबिक इंदौर से पार्टी एक बार फिर चौका सकती है, पार्टी स्तर पर इस समय जो खीचतान इंदौर में मची है उसकी काट पार्टी आलाकमान ने ढूंढ ली है, और पार्टी एक बार फिर इंदौर सीट से महिला प्रत्याशी उतार सकती है। वैसे भी बीजेपी ने हमेशा से ही चौंकाने का काम किया है और पिछले कुछ सालों में देखें तो कई ऐसे नाम उभर कर सामने आए हैं जो किसी ने सोचा ही नहीं था। उदाहरण के लिए अगर इंदौर महापौर पद की बात करें तो इसके लिए पुष्यमित्र भार्गव का नाम भी अचानक सामने आया था।
बहरहाल इंदौर लोकसभा सीट पर जो नाम बतौर महिला प्रत्याशी सामने आ सकते है उनमे तीन नाम प्रमुख है जिनमें डॉक्टर दिव्या गुप्ता, कविता पाटीदार और डॉक्टर आयुषी देशमुख के है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक़ भाजपा इनमें से किसी एक को अपना प्रत्याशी बना सकती है।
डॉक्टर दिव्या नागपाल गुप्ता
लिस्ट में पहला नाम डॉक्टर दिव्या नागपाल गुप्ता को केंद्र सरकार ने नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (एनसीपीसीआर) का सदस्य नियुक्त किया है। दिव्या गुप्ता बीजेपी से जुड़ी हैं और डेली कॉलेज में बोर्ड के चुनाव भी लड़ चुकी हैं। वे नगर निगम चुनाव में चुनाव संचालन समिति में भी शामिल थीं । इसके अलावा उन्होंने ज्वाला संगठन के नाम से महिला सशक्तिकरण पर काम शुरू किया है जिसमे बड़ी संख्या में युवतियां और महिलाएं जुड़ी हुई हैं।
डॉ आयुषी उदय देशमुख
इस सूची में जो दुसरा नाम है वह है डॉ आयुषी उदय देशमुख का। डॉ आयुषी दिवंगत भय्यू जी महाराज की पत्नी है और वर्तमान में भय्यू जी महाराज के सूर्योदय आश्रम का संचालन कर रही है, उल्लेखनीय है की सूर्योदय आश्रम के प्रति मध्य प्रदेश ओर महाराष्ट्र के अलावा देश के अन्य प्रान्तों में रहने वाले महाराष्ट्रीयन समाज के लोगो की आस्था और समर्पण बहुत है ऐसे में पार्टी उनको प्रत्याशी बनाकर देश के अन्य प्रान्तों खासकर महाराष्ट्र में फ़ायदा जरुर उठाना चाहेगी, डिजिटल मार्केटिंग में MBA डॉ आयुषी उदय देशमुख सूर्योदय आश्रम का कुशल संचालन के साथ साथ विभिन्न सामाजिक कार्यों की बदौलत महाराष्ट्रीयन समाज में अपनी गहरी पैठ बना चुकी है। ऐसे में इंदौर से एक सर्वमान्य नाम पर पार्टी उनके नाम पर मोहर लगा सकती है।
कविता पाटीदार
इस सूची में जो तीसरा नाम तेजी से उभर कर आया है वह है कविता पाटीदार का, कविता पाटीदार मप्र में एक सशक्त महिला ओबीसी चेहरा है, वर्तमान में वे मप्र से राज्यसभा सदस्य हैं, कविता पाटीदार को राजनीती विरासत में मिली है, उनके पिता भेरूलाल पाटीदार पटवा सरकार में मंत्री रहे है वही वे मध्यप्रदेश विधानसभा (1993-1998) के अध्यक्ष भी रहे है, ‘मास्टर ऑफ़ लेजिस्लेटिव लॉ’ LLM कर चुकी कविता पाटीदार बीजेपी प्रदेश महामंत्री और इंदौर जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी है। दूसरी और जो एक बात कविता पाटीदार के पक्ष में जाती है वह है प्रदेश में उनका पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व करना जिसे पार्टी आसानी से गंवाना नहीं चाहेगी।
बहरहाल अगले 2 दिनों में इन सभी सुगबुगाहट को विराम मिल सकता है, जैसा की उम्मीद की जा रही है भाजपा अपनी अगली सूची जारी कर सकती है जिनमे मप्र के शेष पांच में से कम से कम तीन सीटों पर नाम फायनल होकर जारी हो सकते है।