50 अन्य भी भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल
खिरकिया। हरदा खिरकिया विधानसभा चुनाव अपने पूरे शबाब पर आ गया हे भाजपा हों या कांग्रेस हर हालात में चुनाव जितना चाहती हैं। इसी के चलते दोनों दलो में में किसी का आना तो किसी का जाना लगा हुआ है । कांग्रेस ने काफी हद तक असंतुष्टो को मनाने में सफ़लता हासिल कर सभी को एक जुट कर चुनाव प्रचार ज़ोर शोर से शुरू कर दिया है, वही भाजपा यहाँ नाकाम होती दिखाई दे रही है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र जैन के बाद अब भाजपा को दूसरा बड़ा झटका पूर्व जनपद सदस्य मायाराम यादव देवपुर के रूप में लगा है । जिन्होंने गुरुवार को कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रामकिशोर दोग़ने के जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस का हाथ थाम लिया।
उल्लेखनीय है कि मायाराम यादव खिरकिया जनपद के देवपुर ग्राम के निवासी है था गवली समाज का प्रतिनिधित्व करते है, उनका क्षेत्र में काफ़ी वर्चस्व भी है, वही दूसरी और खिरकिया ब्लाक में गवली समाज के वोट निर्णायक माने जाते है, गत चुनाव में भाजपा को खिरकिया ब्लॉक से मिली बढ़त में इनका महत्वपूर्ण योगदान था।
वही दूसरी और मतदान के ठीक एक सप्ताह पूर्व यह घटनाक्रम भाजपा के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसी दौरान ग्राम बोंडगांव के लगभग 50 लोगों ने जो पहले भाजपा से जुड़े थे कांग्रेस प्रत्याशी आरके दोगने के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ली जिनमें दौलत सिंह पटेल ,राजु पटेल ,रोहित पटेल ,अभिषेक पटेल ,ओम पटेल ,आकाश पटेल ,अंकुश पटेल ,लेखराज पटेल ,सुरेश सिंह बघेल ,देवेश बघेल, सौरभ बघेल ,दिनेश सिंह बघेल ,राजकुमार बघेल ,अमन बघेल ,आदित्य बघेल ,हरिओम बघेल ,राजा ठाकुर ,मनोहर ठाकुर ,राकेश विश्नोई , आशीष विश्नोई बारंगा एवं मायाराम यादव देवपूर सहित अन्य लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ली। इस अवसर पर कांग्रेस प्रत्याशी आरके दोग़ने द्वारा कांग्रेस का दुपट्टा गले में पहना सभी का अभिवादन किया।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद मायाराम यादव ने चर्चा के दौरान बताया की उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ जनपद सदस्य का चुनाव जीता था और भाजपा को समर्थन दिया था इस दौरान वह सहकारिता विभाग के अध्यक्ष भी रहे। इसके बाद उन्होंने भाजपा की और से चुनाव लडना चाहा लेकिन पार्टी ने उनको दरकिनार कर दिया और उनकी उपेक्षा की जाने लगी, यादव ने बताया की भाजपा की रीति नीति, कथनी करनी में अंतर हो रहा है इसके कारण मैंने कांग्रेस का दामन थामा ताकि अपने लोगो की ठीक से सेवा कर संकु।

