प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबूधाबी में हैं. यहां उन्होंने बुधवार को पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने मंगलवार को अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक यूएई का उनका ये सातवां दौरा है। पीएम मोदी सबसे पहले 2015 में यूएई के दौरे पर गए थे।
अबू धाबी में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर के संत स्वामी ब्रह्मविहरिदास ने कहा कि मंदिर सभी के लिए बनाया गया है, यह भगवान की कृपा और सभी के सहयोग और अबू धाबी के शासक की उदारता है, हमारे प्रधानमंत्री की मान्यता और महान संतों के आशीर्वाद के कारण है। यह उत्सव का क्षण है और सभी के लिए आभार का दिन है।
मंदिर के निर्माण में हर धर्म के लोग आगे आए

पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मैं पहले अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर और अब अबू धाबी में इस मंदिर का साक्षी बना, आज वैश्विक संघर्षों और चुनौतियों के सामने विविधता में एकता का विचार हमें विश्वास देता है, मानवता में हमारे विश्वास को मजबूत करता है। इस मंदिर में आपको पग पग पर विविधता में विश्वास की झलक दिखेगी, हिंदू धर्म के साथ-साथ कुरान की कहानियां भी उकेरी गई हैं। मंदिर में प्रवेश करते ही वॉल ऑफ हार्मनी के दर्शन हुए थे, इसके बाद इस बिल्डिंग का इम्प्रेंसिव थ्री डी का अनुभव होगा, जिसे पारसी समाज ने शुरू करवाया है। लंगर की जिम्मेदारी के लिए सिख भाई आगे आए हैं, मंदिर के निर्माण में हर धर्म के लोगों ने काम किए हैं, मंदिर की सात मीनारें यूएई की 7 अमीरातों का प्रतीक है, यही भारतीयों का स्वभाव है, हम जहां जाते हैं वहां की संस्कृति मूल्यों को सम्मान भी देते हैं और आत्मसाध भी करते हैं। सबके सम्मान का यही भाव शेख मोहम्मद के जीवन में भी साफ दिखता है। उन्होंने इस सुनहरे अध्याय को लिखने में संयुक्त अरब अमीरात का धन्यवाद दिया है। यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद जायद अल नाहयान को धन्यवाद देते हुए पीएम ने कहा-‘आपने खाड़ी देश में रहने वाले भारतीयों के साथ-साथ 140 करोड़ भारतीयों का भी दिल जीत लिया।’
UAE बुर्ज खलीफा के लिए ही नहीं बल्कि हिंदू मंदिर के लिए भी जाना जाएगा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो यूएई अब तक बुर्ज खलीफा और जायद मस्जिद के लिए जाना जाता था, अब उसकी पहचान में एक और सांस्कृतिक अध्याय जुड़ गया है। अब यूएई को हिंदू मंदिर के लिए भी जाना जाएगा। मुझे विश्वास है कि आने वाले सालों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे, यहां भारतीय आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी और पीपुल टू पीपुल कनेक्ट भी बढ़ेगा।
पत्थर पर पीएम मोदी ने लिखा वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदू मंदिर के उद्घाटन के दौरान स्वामीनारायण की प्रतिमा का अभिषेक भी किया, इस दौरान पीएम मोदी ने पत्थर पर वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश भी लिखा।
700 करोड़ की लागत से बना है BAPS हिंदू मंदिर
अबू धाबी का BAPS स्वामीनारायण मंदिर 108 फीट ऊंचा, 262 फीट लंबा और 180 फीट चौड़ा है। इसे बनाने में 700 करोड़ रुपये लगे हैं। मंदिर के निर्माण में केवल चूना पत्थरों और संगमरमर का इस्तेमाल हुआ है। बताया जा रहा है कि मंदिर निर्माण के लिए 20,000 टन से अधिक पत्थर और संगमरमर 700 कंटेनरों में भरकर अबू धाबी लाया गया था।

27 एकड़ जमीन पर बना है अबू धाबी का हिंदू मंदिर
संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने अगस्त 2015 में अबू धाबी में मंदिर बनाने के लिए 123.5 एकड़ जमीन उपहार में दी थी। इसके बाद 2019 में मंदिर के लिए अतिरिक्त 13.5 एकड़ की जमीन दी गई थी। इस तरह कुल मिलाकर ये मंदिर परिसर 27 एकड़ जमीन पर बना है।